3D प्रिंटर: भविष्य में एक क्रांतिकारी कदम







परिचय

आइए आपको भविष्य में स्वागत करें, जहां नवाचार को शाब्दिक रूप से देखा जा सकता है! इस ब्लॉग में, हम 3D प्रिंटर्स के असाधारण क्षेत्र में गहराई से गतिविधि कर रहे हैं, उद्योगों पर इनके प्रभाव की परतें खोलते हैं, और उन चौंका देने वाले तथ्यों को प्रदर्शित कर रहे हैं जो उन्हें वास्तविक खेल-बदलने बना देते हैं।

3D प्रिंटर एक प्रकार की योजनात्मक निर्माण प्रौद्योगिकी है जो डिजिटल मॉडल्स से तीन-आयामी वस्तुएँ बनाती है। पारंपरिक घटक निर्माण प्रक्रियाओं के विपरीत, जिसमें वस्तुएँ बनाने के लिए सामग्रियों को काटा जाता है या मोल्ड किया जाता है, 3D प्रिंटिंग सामग्री के लगातार सत्र से वस्तुएँ बनाती है।

3D प्रिंटिंग ने विभिन्न उद्योगों में अनुप्रयोग पाया है, जिसमें विनिर्माण, स्वास्थ्य, ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, और प्रोटोटाइप्स, विविध उत्पादों और कला डिज़ाइन की रचना में भी शामिल हैं। इसमें यह लाभ है कि यह सामाजिक रूप से मुद्दे और जटिल डिज़ाइन बनाने की क्षमता प्रदान करता है, जो पारंपरिक निर्माण पद्धतियों का उपयोग करके कठिन या असंभाव हो सकता है।


अध्याय 1: 3D प्रिंटिंग का परिचय

1.1 प्रस्तावना

1.1.1 तकनीकी क्रांति का आरंभ

जब हम तकनीकी क्षेत्र में नए युग की बात करते हैं, 3ड़ प्रिंटिंग उन पहलुओं में से एक है जिसने नए दृष्टिकोण खोले हैं। इसका सिर्फ उपयोग प्रोटोटाइपिंग के लिए ही नहीं है, बल्कि यह निर्माण के क्षेत्र में एक सबसे महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है।

1.1.2 3D प्रिंटिंग का अर्थ

3ड़ प्रिंटिंग एक तकनीक है जिसमें विभिन्न स्थानों पर सीधे और स्थिर वस्त्र बनाने के लिए कंप्यूटर गुणवत्ता विशेषज्ञता का उपयोग करता है। इस प्रक्रिया में, एक डिजाइन को कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर द्वारा बनाया जाता है और फिर एक 3ड़ प्रिंटर उसे वास्तविक वस्त्र में परिणामस्वरूप बदलता है।

1.2 3D प्रिंटिंग के प्रकार

1.2.1 फ्यूज्ड डेपोजिशन मॉडेलिंग (FDM)

FDM, एक प्रमुख 3ड़ प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी, प्लास्टिक फिलामेंट का उपयोग करता है जो एक स्थिर स्थान पर गरम होता है और ढीले स्थान में दिया जाता है, ताकि वह स्थानांतरित हो सके।

1.2.2 स्टीरियोलिथोग्राफी (SLA)

SLA विशिष्ट प्रकार के उच्च-संगतता वाले वस्त्रों के लिए उपयोग होता है और इसमें एक उच्च-विकिरण लेजर का उपयोग होता है जो तरल पॉलिमर में छोटे कणों को मिलाकर उन्हें ठंडा करता है।






1.3 3D प्रिंटिंग के उपयोग

1.3.1 औद्योगिक क्षेत्र में 3ड़ प्रिंटिंग

3D प्रिंटिंग ने विभिन्न उद्योगों में अपनी अद्भुतता को साबित किया है, जैसे कि औद्योगिक क्षेत्र, स्वास्थ्य देखभाल, और विज्ञान।

1.3.2 औद्योगिक क्षेत्र में उपयोग के उदाहरण

  • विनिर्माण में तेजी से प्रोटोटाइपिंग: 3ड़ प्रिंटिंग विकसित उत्पादों के प्रोटोटाइपिंग की प्रक्रिया को तेजी से करने में मदद करता है।

  • सांगगतता में सुधार: यह विशिष्ट गुणवत्ता वाले उत्पादों की विनिर्माण प्रक्रिया को सुधारने का साधन है।

  • सांगगतता में सुधार: यह विशिष्ट गुणवत्ता वाले उत्पादों की विनिर्माण प्रक्रिया को सुधारने का साधन है।

1.4 निष्कर्ष

इस अध्याय के साथ, हमने 3ड़ प्रिंटिंग की दुनिया में एक संजीवनी परिचय की है, जिसने नई उच्चतमाओं की दिशा में हमें ले जाती है। आने वाले अध्यायों में, हम इस नई तकनीक के और गहराई से खुद को समझेंगे और जानेंगे कि यह और कैसे हमारे उद्योगों को परिवर्तित करने का कारगर साधन बना सकता है।





अध्याय 2: 3D प्रिंटिंग के विभिन्न प्रकार

2.1 फ्यूज्ड डेपोजिशन मॉडेलिंग (FDM)

2.1.1 तकनीकी सुरक्षा

FDM एक प्रमुख 3ड़ प्रिंटिंग तकनीक है जिसमें प्लास्टिक फिलामेंट सीधे और स्थिर स्थान पर गरम होकर ढीले स्थानों में डाला जाता है। यह प्रक्रिया गरम होने वाले मटेरियल को उच्च-स्थिति से नीचे गिरने की अनुमति देती है, ताकि यह स्थानांतरित हो सके और वास्तविक वस्त्र में परिणामस्वरूप बदला जा सके।

2.1.2 उपयोगिता

  • उपयोग: FDM अक्सर उच्च सांगगतता और स्थिरता के साथ वस्त्रों का निर्माण करने में सफलता प्राप्त करता है।
  • उदाहरण: नाटिकल प्लास्टिक उत्पादों का निर्माण, जिनमें कठिन रोमांचक आकृतियां हो सकती हैं।

2.2 स्टीरियोलिथोग्राफी (SLA)

2.2.1 तकनीकी सुरक्षा

SLA एक विशिष्ट प्रकार की 3ड़ प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी है जिसमें एक उच्च-विकिरण लेजर का उपयोग होता है जो तरल पॉलिमर में छोटे कणों को मिलाकर उन्हें ठंडा करता है। यह तकनीक संगतता और चमकदार वस्त्रों की निर्माण में उच्च संगतता और विस्तृतता प्रदान करती है।

2.2.2 उपयोगिता

  • उपयोग: SLA प्रायः उच्च संगतता वाले और चमकदार वस्त्रों के लिए उपयोग होता है, जैसे कि ज्वैलरी और मेडिकल आवश्यकताओं के लिए।
  • उदाहरण: उच्च गुणवत्ता वाले दाँतों के निर्माण के लिए उपयोग हो सकता है।

2.3 निष्कर्ष

इस अध्याय में, हमने देखा है कि फ्यूज्ड डेपोजिशन मॉडेलिंग (FDM) और स्टीरियोलिथोग्राफी (SLA) जैसी विभिन्न 3ड़ प्रिंटिंग तकनीकों के विशेषताएं और उनके उपयोग क्षेत्रों की एक संक्षेपिक जानकारी प्रदान की है। आने वाले अध्यायों में, हम इस प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं को और गहराई से समझेंगे और यह कैसे विभिन्न उदाहरणों में उपयोग हो सकती है।


Chapter 3: 3D प्रिंटिंग का योगदान

3.1 समर्पण

3.1.1 3D प्रिंटिंग के योगदान की महत्वपूर्णता

3D प्रिंटिंग ने न केवल विनिर्माण क्षेत्र में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका समर्पण न केवल तकनीकी सुधार को बढ़ावा देने में आया है, बल्कि यह आर्थिक, पर्यावरणीय, और शिक्षात्मक क्षेत्रों में भी विकसित हुआ है।




3.1.2 सांगगतता में योगदान

  • योगदान: 3D प्रिंटिंग ने उद्योगों को सांगगतता में योगदान करने का एक साधन प्रदान किया है।
  • प्रभाव: इसने विभिन्न उद्योगों में तेजी से प्रोटोटाइपिंग की प्रक्रिया को सुधारा है, जिससे नए उत्पादों का निर्माण हो सकता है।

3.1.3 प्रशिक्षण में योगदान

  • योगदान: शिक्षा क्षेत्र में 3D प्रिंटिंग ने छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव प्रदान करके उनके अध्ययन को मजबूत किया है।
  • प्रभाव: इसने विज्ञान, गणित, और तकनीकी विषयों में छात्रों की समझ को बढ़ावा दिया है और उन्हें नई विचारशीलता और समस्या-समाधान कौशल में प्रेरित किया है।

3.2 पर्यावरण में योगदान

3.2.1 सांविदानिकता में योगदान

  • योगदान: 3D प्रिंटिंग ने सांविदानिकता में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है जिसने मटेरियल की बर्बादी को कम किया है।
  • प्रभाव: इसने प्रक्रिया को सांगगतता बनाए रखने में मदद की है और पर्यावरण के साथ एक उत्पाद की जनरेशन में कमी की है।

3.2.2 ऊर्जा की कमी में योगदान

  • योगदान: 3D प्रिंटिंग में ऊर्जा की कमी एक अन्य योगदान है जिसने पर्यावरण को प्रभावित किया है।
  • प्रभाव: इसने तुलनात्मक रूप से कम ऊर्जा का उपयोग करके तुलनात्मक उत्पादन प्रक्रिया को प्रमोट किया है।

3.3 आर्थिक में योगदान

3.3.1 उद्योग में योगदान

  • योगदान: 3D प्रिंटिंग ने छोटे और बड़े उद्योगों में नए विचारशीलता और नई उत्पाद विकसित करने का एक माध्यम प्रदान किया है।
  • प्रभाव: इसने उद्योग में वृद्धि को बढ़ावा दिया है और नौकरियों की सृष्टि की है, जो स्थानीय और वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास में सहायक है।

3.4 निष्कर्ष

इस अध्याय से स्पष्ट होता है कि 3D प्रिंटिंग ने तकनीकी, पर्यावरणीय, और आर्थिक क्षेत्रों में योगदान किया है और इसका समर्पण आने वाले दिनों में और भी गहरा होने की संभावना है। हम आशा करते हैं कि इस नई तकनीक से आने वाले विकास में इसका योगदान और बढ़ावा होगा।


अध्याय 4: 3D प्रिंटिंग के अद्वितीय चुनौतियाँ

4.1 विविधता में चुनौतियाँ

4.1.1 सामग्रियों की सीमा

  • चुनौती: 3D प्रिंटिंग की एक मुख्य चुनौती सामग्री की सीमा है।
  • प्रभाव: कुछ सामग्रियां अद्वितीय उत्पादों के निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती, जिससे उन उत्पादों की विविधता में रुकावट हो सकती है।

4.1.2 समर्पित समय

  • चुनौती: कुछ बड़े और जटिल उत्पादों के निर्माण में समर्पित समय की चुनौती है।
  • प्रभाव: इससे उत्पादों के निर्माण में देरी हो सकती है, जो व्यवसायों और उपभोक्ताओं को प्रभावित कर सकती है।

4.2 गुणवत्ता में चुनौतियाँ

4.2.1 स्थायिता और शक्ति

  • चुनौती: कुछ 3D प्रिंटिंग प्रक्रियाएं विकसित उत्पादों की स्थायिता और शक्ति में चुनौती प्रदान कर सकती हैं।
  • प्रभाव: इससे निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता पर असर हो सकता है, जिससे विपणियों को प्रतिस्पर्धा में कमजोरी हो सकती है।

4.3 संज्ञान में रखने योग्य चुनौतियाँ

4.3.1 नकली उत्पादों की आशंका

  • चुनौती: नकली उत्पादों की आशंका एक और चुनौती है जो इस तकनीक के साथ आती है।
  • प्रभाव: यह उपभोक्ताओं को गुमराह कर सकता है और उन्हें विश्वसनीयता में कमी महसूस हो सकती है।

4.4 निष्कर्ष

इस अध्याय से साफ होता है कि 3D प्रिंटिंग के साथ कई चुनौतियाँ आती हैं, जो उत्पाद विकसित करने वालों और उपभोक्ताओं को ध्यान में रखनी चाहिए। इन चुनौतियों का सामना करके, हम सुनिश्चित हो सकते हैं कि इस तकनीक को सफलता से अनुप्रयोग किया जा सकता है और इससे उत्पादों की गुणवत्ता और प्रदर्शन में सुधार हो सकता है।


अध्याय 5: 3D प्रिंटिंग के भविष्य

5.1 तकनीकी प्रगति

5.1.1 नई तकनीकों का समर्थन

  • प्रगति: 3D प्रिंटिंग में नई तकनीकों का समर्थन करने की भविष्यवाणी है।
  • प्रभाव: इससे नए उत्पादों की निर्माण प्रक्रिया में सुधार हो सकता है और उद्योग में नई ऊर्जा को नियमित कर सकता है।

5.1.2 सामग्री तकनीक की वृद्धि

  • प्रगति: सामग्री तकनीक में वृद्धि के साथ, नई सामग्रियों के उपयोग का संभावना है।
  • प्रभाव: इससे उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और उत्पादों को सुरक्षित और स्थायी बनाए रखने के लिए नई दिशा में काम किया जा सकता है।

5.2 आर्थिक विकास

5.2.1 नौकरियों का निर्माण

  • प्रगति: 3D प्रिंटिंग ने नौकरियों के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • प्रभाव: इससे लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार मिल सकता है, जो आर्थिक विकास में सहायक हो सकता है।

5.2.2 छोटे उद्योगों का समर्थन

  • प्रगति: नई तकनीकों के साथ, छोटे उद्योगों को समर्थन मिल सकता है।
  • प्रभाव: यह छोटे उद्योगों को नए और नोवेल उत्पादों का निर्माण करने का अवसर प्रदान करके आर्थिक विकास में मदद कर सकता है।

5.3 सामाजिक परिवर्तन

5.3.1 शिक्षा में सुधार

  • प्रगति: 3D प्रिंटिंग के साथ, शिक्षा में नई सुधार की उम्मीद है।
  • प्रभाव: इससे छात्रों को विज्ञान, गणित, और तकनीकी विषयों में रूचि बढ़ सकती है, जो समाज में ज्ञान के स्तर को बढ़ा सकता है।

5.4 निष्कर्ष

इस अध्याय से स्पष्ट होता है कि 3D प्रिंटिंग के साथ हम न केवल तकनीकी प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं, बल्कि यह आर्थिक विकास और सामाजिक परिवर्तन में भी


अध्याय 6: 3D प्रिंटिंग का समर्थन और विपणियों का सहयोग

6.1 समर्थन की आवश्यकता

6.1.1 उद्योग समर्थन

  • समर्थन: 3D प्रिंटिंग को बढ़ावा देने के लिए उद्योग समर्थन की आवश्यकता है।
  • प्रभाव: इससे नए और उन्नत तकनीकी प्रणालियों के विकास में मदद की जा सकती है, जो उत्पादों की गुणवत्ता और प्रदर्शन में सुधार कर सकती है।

6.1.2 नए विपणियों का सामरिक समर्थन

  • समर्थन: नए विपणियों को सामरिक समर्थन की आवश्यकता है ताकि उन्हें नई तकनीकों के साथ अध्यात्मित किया जा सके।
  • प्रभाव: इससे विपणियों को नए विचारशीलता के साथ उत्पादों की विकसित प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिल सकता है।

6.2 विपणियों का सहयोग

6.2.1 तकनीकी ज्ञान का साझा करना

  • सहयोग: विपणियों को तकनीकी ज्ञान को साझा करने में सहायक होना चाहिए।
  • प्रभाव: इससे उन्हें नए तकनीकी उत्पादों को समझने और उपयोग करने का अधिक समर्थन मिल सकता है।

6.2.2 विपणियों की प्रतिक्रिया का मूल्यांकन

  • सहयोग: विपणियों की प्रतिक्रिया को मूल्यांकन करने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए।
  • प्रभाव: इससे उत्पादों में सुधार की प्रक्रिया को समझने में मदद की जा सकती है और उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए निर्माताओं को मार्गदर्शन कर सकती है।

6.3 विपणियों के साथ साझेदारी

6.3.1 संबंध बनाए रखना

  • साझेदारी: विपणियों के साथ संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
  • प्रभाव: इससे उत्पादों को विकसित करने के लिए एक सजीव साझेदारी बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

6.3.2 नए उत्पादों का सामरिक संबंध

  • साझेदारी: नए उत्पादों को सामरिक संबंध बनाए रखना उत्पाद विकसित करने के लिए लाभकारी हो सकता है।
  • प्रभाव: इससे उत्पादों का बाजार में सफलता से प्रवेश करने में मदद की जा सकती है और उत्पादों को विपणियों के बीच एक स्थायी स्थिति में लाने में मदद की जा सकती है।

6.4 निष्कर्ष

इस अध्याय से हम समझते हैं कि 3D प्रिंटिंग को बढ़ावा देने के लिए उद्योग समर्थन, विपणियों का सहयोग, और साझेदारी सही मात्रा में और सही समय पर होना चाहिए। इससे हम नए और उन्नत तकनीकी समाधानों की ओर बढ़ सकते हैं और इस तकनीक को सामरिक और आर्थिक दृष्टिकोण से सहारा मिल सकता है।


अध्याय 7: 3D प्रिंटिंग के सामाजिक और नैतिक पहलुओं का मूल्यांकन

7.1 सामाजिक सहारा

7.1.1 शिक्षा में समर्थन

  • सहारा: 3D प्रिंटिंग ने शिक्षा में नई दिशा बदलने में मदद की है।
  • प्रभाव: यह छात्रों को तकनीकी दृष्टिकोण से शिक्षित करने में सहायक हो सकती है और उन्हें नए और रोचक विषयों में प्रेरित कर सकती है।

7.1.2 विभिन्न समृद्धि समर्थन

  • सहारा: 3D प्रिंटिंग ने विभिन्न विकासशील देशों को समृद्धि में सहायकता प्रदान की है।
  • प्रभाव: इससे विभिन्न समृद्धि क्षेत्रों में नई रोजगार सृष्टि हो सकती है और लोगों को जीवन को बेहतर बनाने के लिए नए और उन्नत उत्पादों का लाभ हो सकता है।

7.2 नैतिक मुद्दे

7.2.1 प्रकृति का समर्थन

  • नैतिकता: 3D प्रिंटिंग ने प्रकृति का समर्थन किया है और उपयोग की जाने वाली सामग्रियों को कम किया है।
  • प्रभाव: इससे पर्यावरण को कम नुकसान हो सकता है और सुस्त उत्पादों के प्रसार को भी कम किया जा सकता है।

7.2.2 सामाजिक समर्थन

  • नैतिकता: 3D प्रिंटिंग ने सामाजिक समर्थन की भूमिका निभाई है, जैसे कि अपंग लोगों के लिए विशेष उत्पादों का निर्माण करना।
  • प्रभाव: इससे विभिन्न समृद्धि क्षेत्रों में समाज के सभी वर्गों को लाभ हो सकता है और समृद्धि की दिशा में सहायक हो सकता है।

7.3 निष्कर्ष

इस अध्याय से हम देख सकते हैं कि 3D प्रिंटिंग के साथ हम न केवल तकनीकी बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं, बल्कि इसके सामाजिक और नैतिक पहलुओं से हम एक सामरिक और सशक्त समाज की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।


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